RBI Challan Update: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 100 और 200 रुपये के नोट को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है। यह अपडेट नकली नोटों की बढ़ती समस्या और ट्रांजेक्शन प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से लाया गया है। नए बदलावों में नोटों के डिजाइन, सुरक्षा फीचर्स और पहचान से संबंधित पहलुओं पर फोकस किया गया है। आरबीआई की इस पहल से आम जनता को नकली नोटों की पहचान करने में सुविधा होगी और लेनदेन अधिक सुरक्षित बन पाएंगे।
RBI ने जारी की नई गाइडलाइन
भारतीय रिजर्व बैंक ने 100 और 200 रुपये के नोटों में बदलाव को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। ये बदलाव मुख्यतः सुरक्षा फीचर्स को मजबूत करने और नकली नोटों की पहचान आसान बनाने के लिए किए जा रहे हैं। इसमें माइक्रो टेक्स्ट, रंग बदलने वाली स्याही, और अन्य विजुअल सुरक्षा चिह्न जोड़े जाएंगे। आरबीआई ने यह स्पष्ट किया है कि पुराने नोट चलन में बने रहेंगे लेकिन भविष्य में नए नोटों की छपाई इन्हीं अपडेटेड फीचर्स के साथ की जाएगी।
नए नोटों में एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स
RBI द्वारा अपडेट किए गए 100 और 200 रुपये के नोटों में कुछ उन्नत सुरक्षा फीचर्स शामिल किए जा रहे हैं। इनमें रंग बदलने वाली स्याही (Color Shifting Ink), उभरे हुए अक्षर (Raised Printing), वाटरमार्क, और सिक्योरिटी थ्रेड शामिल हैं। ये सभी फीचर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित सुरक्षा मानकों के अनुरूप होंगे, जिससे नकली नोट बनाना कठिन हो जाएगा। इसके अलावा, नोटों की पहचान दृष्टिबाधित लोगों के लिए भी आसान बनाई जाएगी।
पुराने नोट रहेंगे वैध
RBI ने स्पष्ट किया है कि 100 और 200 रुपये के पुराने नोट चलन में बने रहेंगे और उनकी वैधता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जनता को नए नोटों के आने के बाद पुराने नोटों को बदलवाने की कोई जरूरत नहीं है। बैंक में पुराने और नए दोनों प्रकार के नोट समान रूप से स्वीकार किए जाएंगे। यह कदम लोगों में अनावश्यक घबराहट और भ्रम से बचने के लिए उठाया गया है।
ATM और बैंकिंग सिस्टम में बदलाव
नए फीचर्स को लागू करने के साथ-साथ बैंक और ATM सिस्टम को भी अपडेट किया जाएगा ताकि नए नोटों को पहचानने में कोई दिक्कत न हो। बैंकों को सर्कुलर भेजा जा चुका है जिसमें उन्हें मशीनों की री-कैलिब्रेशन और ट्रेनिंग संबंधी निर्देश दिए गए हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि जनता को नोट निकालने या जमा करने में किसी तरह की परेशानी न हो।
नकली नोटों की बढ़ती समस्या
RBI के अनुसार हाल के वर्षों में नकली नोटों के मामलों में वृद्धि देखी गई है, खासकर 100 और 200 रुपये के नोटों में। ऐसे में नए सिक्योरिटी फीचर्स को जोड़ना समय की मांग बन गया था। इन बदलावों से न केवल जालसाजी पर लगाम लगेगी, बल्कि वित्तीय व्यवस्था में विश्वास भी बढ़ेगा। यह कदम डिजिटल लेनदेन के साथ-साथ नकद लेनदेन को भी सुरक्षित बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
जनता को जागरूक करने अभियान
RBI द्वारा नए नोटों की जानकारी और उनके सिक्योरिटी फीचर्स को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इसके तहत टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया और बैंकों के माध्यम से लोगों को शिक्षित किया जाएगा कि कैसे वे असली और नकली नोट की पहचान कर सकते हैं। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोग सजग हो सकेंगे और जालसाजों के चंगुल में फंसने से बच सकेंगे।
डिस्क्लेमर
यह लेख RBI द्वारा जारी नवीनतम गाइडलाइनों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। संबंधित जानकारियों में समय के साथ बदलाव संभव है। अधिकृत और सटीक जानकारी के लिए RBI की आधिकारिक वेबसाइट या अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।